ओडिशा के कोरापुट ज़िले स्थित शहीद लक्ष्मण नायक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SLNMCH) में मंगलवार रात को कुछ ही घंटों में पांच मरीजों की मौत हो गई। मरने वालों में दो पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं। घटना के बाद परिजनों ने गलत इंजेक्शन देने का आरोप लगाया है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
मंगलवार रात (3 जून 2025) को SLNMCH में भर्ती दो पुरुष और तीन महिला मरीजों की मौत हो गई। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, सभी मरीज गंभीर हालत में भर्ती थे और इलाज के दौरान लगातार कुछ ही घंटों के भीतर उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि इन मरीजों को एक “इंजेक्शन” दिए जाने के बाद ही अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और कुछ ही देर में मौत हो गई। इससे चिकित्सा लापरवाही की आशंका गहराने लगी है।
अस्पताल प्रशासन का पक्ष
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुसांत कुमार साहू ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विभागीय जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया: “मृतकों में से तीन ICU में थे, और दो जनरल वार्ड में। सभी की हालत पहले से ही गंभीर थी। प्राथमिक तौर पर ऐसा नहीं लगता कि मौत का कारण कोई गलत इंजेक्शन है, लेकिन फिर भी विस्तृत जांच की जा रही है।”
अस्पताल में हंगामा और विरोध
घटना के बाद मृतकों के परिजनों ने अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए भीड़ ने नाराजगी जताई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया।
पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपे जाएंगे
अधिकारियों ने जानकारी दी है कि सभी पांच शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा, और रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट हो सकेगा। पोस्टमार्टम के बाद ही शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।
जांच के बाद क्या सामने आएगा?
इस तरह की घटनाएं न केवल स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े करती हैं, बल्कि आम जनता के भरोसे को भी प्रभावित करती हैं। जांच से ये स्पष्ट होगा कि मौतें प्राकृतिक कारणों से हुईं या वाकई लापरवाही का मामला है। फिलहाल, परिजन जवाब और न्याय की मांग कर रहे हैं।