राहुल गांधी की सावरकर पर टिप्पणी एक बार फिर सियासी घमासान का कारण बन गई है। महाराष्ट्र के नाशिक में शिवसेना (UBT) के डिप्टी सिटी प्रमुख बाला दराडे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को खुलेआम धमकी दी है। उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी नाशिक आते हैं, तो उनका “चेहरा काला किया जाएगा” या उनके काफिले पर “पथराव” किया जाएगा।
यह बयान दराडे ने स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में दिया, जहां उन्होंने कहा कि “सावरकर का अपमान सहन नहीं किया जाएगा, चाहे उसके लिए गठबंधन की राजनीति ही क्यों न छोड़नी पड़े। हमारे लिए सावरकर पहले हैं, MVA जाए भाड़ में।”
सावरकर पर राहुल गांधी के बयानों से नाराज़गी
राहुल गांधी पिछले कई महीनों से सावरकर को लेकर आलोचनात्मक टिप्पणियां करते आए हैं। उन्होंने सावरकर को “माफ़ीवीर” कहा था और यह भी आरोप लगाया था कि उन्होंने ब्रिटिश हुकूमत से माफ़ी मांग कर जेल से रिहाई पाई थी। राहुल गांधी का यह भी कहना है कि सावरकर धार्मिक अल्पसंख्यकों—विशेष रूप से मुस्लिम और ईसाई समुदायों के खिलाफ थे।
शिवसेना (UBT) ने बनाई दूरी
हालांकि बाला दराडे शिवसेना (UBT) के पदाधिकारी हैं, लेकिन पार्टी ने उनके बयान से खुद को अलग कर लिया है।
शिवसेना (UBT) की प्रवक्ता सुषमा अंधारे ने कहा, “यह दराडे की निजी राय है। पार्टी ऐसे किसी भी हिंसक बयान का समर्थन नहीं करती।”
वहीं नाशिक के एक अन्य नेता सुधाकर बदगुजर ने भी स्पष्ट किया कि इस विषय में उद्धव ठाकरे निर्णय लेंगे।
कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया
इस बयान के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
राज्य अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि “इस तरह की धमकी कायरता है। राहुल गांधी के विचार ऐतिहासिक तथ्यों और दस्तावेजों पर आधारित हैं। हम अपने नेता के खिलाफ इस तरह की भाषा बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारे कार्यकर्ता जवाब देना जानते हैं।”
MVA में बढ़ता तनाव
बाला दराडे के इस बयान ने महाविकास अघाड़ी (MVA) में तनाव को और गहरा कर दिया है। MVA में शामिल शिवसेना (UBT), कांग्रेस, और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के बीच सावरकर जैसे ऐतिहासिक मुद्दों पर वैचारिक मतभेद एक बार फिर उभरकर सामने आए हैं।
राहुल गांधी पर कानूनी कार्यवाही भी जारी
राहुल गांधी के सावरकर पर दिए गए बयानों को लेकर नाशिक में उनके खिलाफ मानहानि का केस दर्ज है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों पर ‘अपमानजनक टिप्पणी’ से बचने की सलाह दी है, हालांकि निचली अदालत की कार्यवाही पर फिलहाल रोक लगी हुई है।
बाला दराडे की धमकी न सिर्फ राहुल गांधी पर एक व्यक्तिगत हमला है, बल्कि यह MVA जैसी गठबंधन सरकारों में छिपे वैचारिक मतभेदों को भी उजागर करती है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि शिवसेना (UBT) इस मामले पर क्या कार्रवाई करती है और गठबंधन की एकता कैसे कायम रहती है।