इज़रायली सेना ने दक्षिण ग़ाज़ा के खान यूनिस इलाके में एक हवाई हमला किया, जिसमें 22 साल की फ़िलिस्तीनी कलाकार दीना खालिद ज़ौरूब की मौत हो गई। यह हमला उस तंबू पर हुआ जहाँ दीना और उनका परिवार सैंड बीच रिसॉर्ट के पास शरण लिए हुए थे. दीना ज़ौरूब को उन लोगों के चित्र बनाने के लिए जाना जाता था जो इस युद्ध में मारे गए. वो अपनी पेंटिंग के ज़रिए ग़ाज़ा में मारे गए लोगों को याद करती थीं और उन्हें श्रद्धांजलि देती थीं. उनकी कला में दर्द, याद और इंसानियत की झलक मिलती थी.
कई फ़िलिस्तीनी कार्यकर्ताओं और लोगों ने उनकी मौत पर गहरा दुख जताया
फ़िलिस्तीनी संस्कृति मंत्रालय ने भी बयान जारी करके कहा कि दीना एक बेहद टैलेंटेड लड़की थीं, जिनकी ज़िंदगी इस जंग ने छीन ली. मंत्रालय ने उनके परिवार और कला जगत के लोगों के लिए संवेदना जताई और कहा कि दीना की मौत ग़ाज़ा में जारी नरसंहार की एक और दर्दनाक मिसाल है.
दीना को पहले भी कई सम्मान मिल चुके थे2015 में, उन्हें अल मेज़ान सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स की ओर से एक अवॉर्ड मिला था, जो बच्चों के अधिकारों पर उनके चित्रण के लिए था. इसके अलावा, उन्हें ग़ाज़ा के शिक्षा मंत्रालय और संयुक्त राष्ट्र की संस्था UNRWA ने भी सम्मानित किया था. दीना ने अपनी कला के ज़रिए ग़ाज़ा के शहीदों की कहानियाँ दुनिया तक पहुँचाई। अब उनकी मौत भी उसी कहानी का हिस्सा बन गई है, जिसमें न जाने कितने मासूमों की जान जा चुकी है।