जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बीते दिन हमला हुआ. ये हमला पर्यटकों पर किया गया. पर्यटकों पर बंदूकधारियों ने फ़ायरिंग की और इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई. और कई लोगों के घायल होने की खबर है.
पुलिस के मुताबिक हमला दो से तीन मिलीटेंट ने किया था, जिन्होंने पर्यटकों के एक समूह पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं, जिनमें से कई जम्मू-कश्मीर के बाहर के थे.
नागरिकों पर सबसे बड़ा हमला
इस हमले को हाल ही सालों में घाटी में नागरिकों पर सबसे घातक हमला बताया जा रहा है और इसने क्षेत्र में बहाल शांति के सरकार के दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पहलगाम हमले ने एक बार फिर कश्मीर की जमीनी हकीकत पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया है. जो 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद से बहाल हुई सामान्य स्थिति के सरकार के दावों को चुनौती देता है.
अमित शाह ने दी श्रद्धांजलि
वहीं हालात का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर के पुलिस कंट्रोल रूम गए और पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद, वे पहलगाम के पास बैसरान भी गए, जहाँ हमला हुआ था. हमले के बाद सरकार ने कश्मीरी मिलिटेंट को लड़ाई जारी रखने की चेतावनी दी है. साथ ही पीड़ितों के परिवारों को मदद पहुंचाने का वादा किया है.
विपक्षी नेताओं ने भाजपा पर बोला हमला
हालांकि विपक्षी नेताओं ने इस हमले को लेकर बीजेपी सरकार की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने के बाद घाटी में अमन के माहौल के “खोखले दावों” की पोल खोल गई है.
इस घटना की निंदा करते हुए, कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह हमला “बेहद निंदनीय और दुखद” है.
गांधी ने एक्स पर कहा, “पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है. जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य होने के खोखले दावे करने के बजाय, सरकार को अब जिम्मेदारी लेनी चाहिए और ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो. निर्दोष भारतीय इस तरह अपनी जान न गंवाएं.”
एआईएमआईएम पार्टी के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने भी केंद्र सरकार को इस हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया और कहा कि तुरंत कुछ ठोस कदम उठाने चाहिए. ओवैसी ने पत्रकारों से कहा, “हम मोदी सरकार से कहते हैं कि कौन जिम्मेदार है, ये तय किया जाए और आगे ऐसे हमले न हों, इसके लिए पक्के कदम उठाए जाएं.”
ओवैसी ने कहा, “आतंकवादियों ने पहलगाम में लोगों से उनका धर्म पूछने के बाद निर्दोष लोगों की हत्या कर दी. हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं. हमें उम्मीद है कि सरकार इन आतंकवादियों को सबक सिखाएगी. हम पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता से खड़े हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं.”
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी कहा कि लोगों का सुरक्षा पर भरोसा वापस लाना बहुत जरूरी है। यादव ने कहा, “केंद्र सरकार को सबसे पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा का ऐसा माहौल बनाना चाहिए, जिससे लोगों को लगे कि वो सुरक्षित हैं. तभी वहाँ रहने वाले लोग और घूमने आने वाले पर्यटक सुरक्षित रह पाएंगे. सुरक्षा से ही लोगों में विश्वास पैदा होता है और देश की एकता मजबूत होती है.”
बता दें कि यह हमला ऐसे वक्त हुआ है जब कश्मीर में पर्यटन धीरे-धीरे बढ़ रहा था. इस घटना की वजह से घाटी में पर्यटन उद्योग (Tourism Industry) को एक बड़ा झटका लगने का खतरा है. यह हमला पिछले कई सालों नागरिकों पर सबसे बड़ा हमला है. इस हमले के बाद से घाटी में तनाव बढ़ गया है.
पहलगाम में 26 पर्यटकों की मौत, विपक्ष ने सरकार को घेरा
Published On: April 23, 2025 11:49 am
