साल 2022 में सूरतकल में मुहम्मद फ़ाज़िल नाम के एक 23 साल के युवक की हत्या हुई थी। इस मामले में सुहास शेट्टी नाम का एक आदमी मुख्य आरोपी था। 1 मई को मंगलुरु के बजपे में कुछ लोगों ने हमला करके सुहास शेट्टी को मार डाला।
पांच अपराधिक मामले दर्ज
सुहास शेट्टी फ़ाज़िल की हत्या के केस में नंबर एक का आरोपी था। वह एक जाना-माना अपराधी था और उस पर हत्या और लूटपाट के कई मामले दर्ज थे। खबर है कि कुछ हमलावर एक स्विफ्ट कार और एक छोटे ट्रक में आए और उन्होंने किन्निपाडवु इलाके में सुहास की गाड़ी को रोककर उस पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस वालों ने बताया है कि सुहास शेट्टी का विश्व हिंदू परिषद से कनेक्शन था और मंगलुरु और दक्षिण कन्नड़ में उसके खिलाफ कम से कम पाँच आपराधिक मामले चल रहे थे।
नफरत की वजह से हुई हत्या
अभी पुलिस ने यह नहीं बताया है कि सुहास को क्यों मारा गया, लेकिन आसपास के बहुत से लोगों को लगता है कि यह फ़ाज़िल की हत्या का बदला हो सकता है। फ़ाज़िल को जुलाई 2022 में दिनदहाड़े सूरतकल में एक दुकान के बाहर मार दिया गया था। कहा जाता है कि फ़ाज़िल की हत्या नफरत की वजह से हुई थी, जिसके बाद लोगों में बहुत गुस्सा और अशांति थी। मंगलुरु के पुलिस कमिश्नर ने पत्रकारों से कहा कि अभी यह बताना मुश्किल है कि यह सब क्यों हुआ। उन्होंने कहा कि पुलिस जाँच कर रही है, जिसमें पुरानी दुश्मनी और गैंगवार भी शामिल है।
धारा 144 की गई लागू
सुहास शेट्टी की मौत के बाद, अधिकारियों ने कुछ संवेदनशील इलाकों में सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक धारा 144 लगा दी है। यह इसलिए किया गया ताकि आगे कोई हिंसा न हो और शांति बनी रहे। इसके अलावा, कन्नूर के कुछ हिस्सों में मुस्लिम युवाओं पर हमले की खबरें भी आई हैं, और पुलिस इन मामलों को अलग से देख रही है। इलाके में अभी भी तनाव बना हुआ है, इसलिए पुलिस की टीमें उन जगहों पर तैनात हैं जहाँ पहले भी सांप्रदायिक झगड़े हुए हैं, ताकि स्थिति पर नज़र रखी जा सके।