देश में अब मजहब (धर्म) की राजनीति इस हद तक बढ़ गई है कि इंसानियत और कानून की भी परवाह नहीं रह गई। पहले आम मुसलमानों को भीड़ का शिकार बनाया जाता था, लेकिन अब वर्दी पहने मुस्लिम अफसर भी सुरक्षित नहीं बचे हैं। ताज़ा मामला उत्तराखंड के नैनीताल का है, जहां भीड़ ने ड्यूटी पर तैनात एक मुस्लिम दरोगा पर हमला कर दिया। हैरानी की बात ये रही कि उस समय मौजूद बाकी पुलिसवाले सिर्फ तमाशा देखते रहे।
असल में, 30 अप्रैल को नैनीताल के मल्लीताल इलाके में एक मुस्लिम शख्स पर नाबालिग लड़की से रेप का आरोप लगा। इसके बाद इलाके में गुस्सा फैल गया। इसी दौरान मल्लीताल थाने में तैनात मुस्लिम दरोगा आसिफ खान पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। वीडियो में दिख रहा है कि लोगों ने उनकी वर्दी खींची, गालियां दीं और जान से मारने की धमकी भी दी। एक शख्स तो खुद को वकील बताकर दरोगा को देख लेने की धमकी देता नजर आया।
ऐसी ही एक घटना भोपाल में भी हुई थी, जहां रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी पर मौजूद मुस्लिम हेड कांस्टेबल दौलत खान को कुछ नशे में धुत लड़कों ने सिर्फ उनके नाम और पहचान की वजह से पीट दिया था। उन्होंने वर्दी फाड़ दी और धार्मिक टिप्पणी भी की।