शनिवार को कर्नाटक के कोप्पल ज़िले में केंद्र सरकार के वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ़ ज़बरदस्त प्रदर्शन हुआ। यह रैली ‘क्लॉक पोस्ट’ से शुरू होकर ‘अशोक सर्कल’ तक गई, जिसमें हज़ारों लोग शामिल हुए और उन्होंने इस कानून का विरोध किया।
क्या बोले धर्मगुरु
यूसुफ़िया मस्जिद के मौलवी मुफ़्ती नज़ीर अहमद टास्किन ने कहा कि वक्फ संशोधन कानून मुसलमानों के साथ नाइंसाफी है और इसका विरोध ज़रूरी है। डिड्डिकेरी मस्जिद के हाफ़िज़ मुईद्दीन ने आरोप लगाया कि मुंबई में अंबानी और अडानी जैसे बड़े उद्योगपतियों ने वक्फ की संपत्तियों पर कब्जा कर लिया है, जिसके खिलाफ मुस्लिम समुदाय ने कानूनी लड़ाई शुरू की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जो वक्फ क़ानून बदला है, वो सिर्फ अंबानी-अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है।
कांग्रेस नेताओं की भी मौजूदगी
प्रदर्शन में कांग्रेस पार्टी के कई नेता भी शामिल हुए। सांसद के. राजशेखर ने कहा कि केंद्र सरकार वक्फ संपत्तियों को अपने कब्जे में लेना चाहती है, जबकि ये संपत्तियां मुसलमानों की भलाई के लिए दी गई थीं और सरकार को इन्हें नहीं छूना चाहिए।
और कौन-कौन शामिल था
इस रैली में पूर्व सांसद संगन्ना कराड़ी, विधायक के. राघवेंद्र हितनाल, नगर परिषद अध्यक्ष अमजद पटेल, पार्षद राजशेखर अडूर, महेन्द्र चोपड़ा, मुथु कुशदगी, अकबर पाशा पलटन और वक्फ बोर्ड अध्यक्ष पीरा हुसैन होसल्ले भी शामिल हुए।
यह प्रदर्शन केंद्र सरकार के नए वक्फ कानून के खिलाफ एक मजबूत आवाज़ बनकर सामने आया है।