भारत ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान में कई जगहों पर हमले किए। भारत सरकार का कहना है कि इन हमलों का निशाना आतंकवादी ठिकाने थे। यह कार्रवाई कुछ दिन पहले पहलगाम में 26 टूरिस्ट की जान जाने के जवाब में की गई थी। भारत ने यह साफ नहीं किया कि इन हमलों में किस तरह के हथियार इस्तेमाल किए गए।
पाकिस्तान का पलटवार: नागरिकों और मस्जिदों को निशाना बनाने का आरोप
पाकिस्तान की सेना के मुताबिक, यह ऑपरेशन 6 मई की रात को हुआ और करीब आधे घंटे तक चला। पाकिस्तान का आरोप है कि भारत ने इस दौरान पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में मस्जिदों और आम नागरिकों को निशाना बनाया। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि भारत ने छह अलग-अलग जगहों पर कुल 24 हमले किए, जिसमें कई तरह के हथियार शामिल थे। इसके अलावा, पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि उसने भारत के पांच लड़ाकू विमानों और एक ड्रोन को मार गिराया है, हालांकि भारत ने इस दावे पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
पहले भी गिरी है भारतीय मिसाइल
यह पहली बार नहीं है जब भारत की कोई मिसाइल गलती से पाकिस्तानी में गिरी हो। मार्च 2022 में, भारत की ब्रह्मोस मिसाइल पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मियां चन्नू शहर के पास गिर गई थी। उस घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ था। भारत ने तब कहा था कि मिसाइल गलती से पाकिस्तान की ओर दागी गई थी। पाकिस्तान ने उस मिसाइल को सतह से सतह पर मार करने वाली सुपरसोनिक मिसाइल बताया था, जो ध्वनि की गति से तीन गुना ज़्यादा तेज़ चल सकती है।
दोनों देशों की बढ़ती सैन्य ताकत
2019 के बाद से भारत और पाकिस्तान दोनों ने ही अपनी सेनाओं को और मजबूत करने के लिए नए हथियार खरीदे हैं। भारत की वायु सेना में अब फ्रांस के बने 36 राफेल लड़ाकू विमान हैं। पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने भारत के ताज़ा हमले के बाद दो राफेल विमानों को मार गिराया है, लेकिन भारत ने इस पर कुछ नहीं कहा है। वहीं, पाकिस्तान ने चीन से कम से कम 20 आधुनिक जे-10 लड़ाकू विमान खरीदे हैं, जो पीएल-15 मिसाइलों से लैस हैं। एयर डिफेंस की बात करें तो भारत ने रूस से एस-400 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम खरीदा है, जबकि पाकिस्तान को चीन से HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम मिला है।
पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम: सवाल और जवाब
इन हमलों के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम भारत से आने वाली मिसाइलों को रोकने में सक्षम है, और अगर है तो इस बार क्यों नहीं रोक पाया? पाकिस्तान के वायु सेना के एक पूर्व अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान के पास कम, मध्यम और लंबी दूरी की सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों को रोकने की क्षमता है, जिसमें चीन का बना HQ-16 FE डिफेंस सिस्टम भी शामिल है। हालांकि, हवा से ज़मीन पर मार करने वाली मिसाइलों को रोकना मुश्किल है, क्योंकि ऐसी कोई अचूक रक्षा प्रणाली अभी तक नहीं बनी है। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि भौगोलिक रूप से जुड़े देशों के बीच, जहां सीमाएं बहुत करीब हैं, ऐसे हमलों को 100 प्रतिशत रोकना नामुमकिन है, खासकर अगर एक ही समय में कई दिशाओं से मिसाइलें दागी जाएं। हवा से दागी गई मिसाइलों की स्पीड बहुत तेज होती है और रिसपोन्स करने के लिए बहुत कम समय मिलता है, जिससे उन्हें रोकना और भी मुश्किल हो जाता है।