जम्मू-कश्मीर के राजौरी, पुंछ और जम्मू जिलों में शनिवार तड़के पाकिस्तानी सेना की भारी गोलाबारी में पांच लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, एक दो साल की बच्ची और एक 55 वर्षीय महिला भी शामिल हैं। इसके अलावा कई लोग घायल भी हुए हैं।
इस दुखद घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा:
“राजौरी से बेहद दुखद समाचार। हमने जम्मू-कश्मीर प्रशासन सेवा का एक समर्पित अधिकारी खो दिया है। बस कल ही वह डिप्टी सीएम के साथ जिले का दौरा कर रहे थे और मेरी अध्यक्षता में ऑनलाइन मीटिंग में भी शामिल हुए थे। आज उनका घर पाक गोलाबारी की चपेट में आ गया और वह शहीद हो गए। यह नुकसान शब्दों से परे है।”
लगातार बढ़ रही हैं आम नागरिकों की हत्याएं
अब तक पाकिस्तानी गोलाबारी में लगभग 20 आम नागरिकों की जान जा चुकी है, जिनमें कई बच्चे भी शामिल हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि राजौरी, पुंछ और उरी के कई घर और इमारतें भारी क्षतिग्रस्त हुई हैं।
सीमा पर तनाव: अंधेरा और विस्फोट
शुक्रवार रात को श्रीनगर एयरपोर्ट, सांबा, जम्मू शहर, बारामुला (J&K), पठानकोट और फिरोज़पुर (पंजाब), और बाड़मेर (राजस्थान) में जोरदार विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं। इन इलाकों में ब्लैकआउट की स्थिति रही।
एक दिन पहले, आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साईं जिले के 23 वर्षीय सिपाही एम. मुरली नायक की सीमा पर गोलीबारी में मौत हो गई थी।
भारतीय सेना का जवाब
भारतीय रक्षा अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन लगातार किया जा रहा है, और भारतीय सेनाएं प्रभावी ढंग से जवाब दे रही हैं।