संयुक्त राष्ट्र की विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने चेतावनी दी है कि पश्चिम और मध्य अफ्रीका में लाखों लोग रिकॉर्ड स्तर की भूख का सामना कर रहे हैं। संघर्ष, विस्थापन, आर्थिक कठिनाइयाँ और बार-बार आने वाली चरम मौसम स्थितियाँ इस क्षेत्र को एक गंभीर मानवीय संकट की ओर धकेल रही हैं। WFP की ताज़ा विश्लेषण रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में 36 मिलियन से अधिक लोग अपनी बुनियादी खाद्य ज़रूरतें पूरी नहीं कर पा रहे हैं, और यह संख्या जून से अगस्त के बीच के ‘लीन सीज़न’ में बढ़कर 52 मिलियन से अधिक तक पहुँच सकती है।
माली में तबाही के कगार पर हज़ारों
रिपोर्ट में बताया गया है कि इनमें से तीन मिलियन लोग ‘आपातकालीन’ भूख की स्थिति में हैं, जबकि माली के लगभग 2,600 लोग ‘तबाही’ के स्तर की भूख के खतरे में हैं। ये वो स्थिति होती है जब भुखमरी के कारण जान जाने का जोखिम बहुत अधिक होता है।
WFP की पश्चिम और मध्य अफ्रीका की क्षेत्रीय निदेशक मार्गोट वान डेर वेल्डन ने कह,
“अगर तुरंत फंडिंग नहीं मिली, तो हमें सहायता कम करनी पड़ेगी – न सिर्फ लोगों की संख्या में बल्कि वितरण होने वाले भोजन की मात्रा में भी।”
2019 से 2024: भूख की स्थिति छह गुना बिगड़ी
WFP के वरिष्ठ अनुसंधान सलाहकार ओलो सिब के अनुसार, 2019 में क्षेत्र की केवल 4% आबादी खाद्य असुरक्षा की शिकार थी, जो अब बढ़कर 30% हो गई है। “हम उम्मीद करते हैं कि हमारी आवाज़ सुनी जाएगी, क्योंकि साहेल क्षेत्र में हालात बेहद गंभीर हैं,” उन्होंने जिनेवा से संवाददाताओं को बताया। सिब ने हाल ही में उत्तरी घाना और उत्तरी माली का दौरा किया, जहाँ लोगों को सूखे के कारण दो से तीन बार दोबारा बुवाई करनी पड़ी। खाद और बीज की ऊँची लागत ने स्थिति को और अधिक संकटग्रस्त बना दिया।
भूख बढ़ने के प्रमुख कारण: संघर्ष, महंगाई और जलवायु
WFP ने बताया कि इस क्षेत्र में जारी संघर्ष सबसे बड़ा कारण है, जिसने 10 मिलियन से अधिक लोगों को विस्थापित किया है। इनमें से दो मिलियन से अधिक लोग शरणार्थी और शरण चाहने वाले हैं, खासतौर पर चाड, कैमरून, मौरिटानिया और नाइजर में। इसके अलावा, लगभग आठ मिलियन लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं – मुख्य रूप से नाइजीरिया और कैमरून में। इसके साथ ही खाद्य और ईंधन की बढ़ती कीमतों ने भी भूख की स्थिति को और बदतर बना दिया है, जबकि बार-बार आने वाले बाढ़ और सूखे लोगों की स्वयं भोजन उपजाने की क्षमता को कमजोर कर रहे हैं।
WFP को चाहिए $710 मिलियन, पाँच मिलियन लोगों की सहायता खतरे में
WFP ने वर्ष 2025 के अंत तक अपने कार्यों को जारी रखने के लिए $710 मिलियन की फंडिंग की माँग की है। इस सहायता से वह 12 मिलियन ज़रूरतमंद लोगों तक पहुंचना चाहता है। अब तक, एजेंसी ने तीन मिलियन लोगों को सहायता पहुँचाई है, जिनमें शरणार्थी, विस्थापित, कुपोषित बच्चे और गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाएं शामिल हैं। लेकिन अगर जल्दी फंड नहीं मिला, तो पाँच मिलियन लोगों को मदद नहीं मिल पाएगी।
स्थायी समाधान की ज़रूरत
WFP ने सरकारों और साझेदारों से आग्रह किया है कि वे केवल आपातकालीन सहायता पर निर्भर रहने की बजाय स्थायी समाधान खोजने में निवेश करें। 2018 से अब तक, WFP ने क्षेत्रीय सरकारों के साथ मिलकर 300,000 हेक्टेयर भूमि का पुनर्वास किया है, जिससे 3,400 गांवों में चार मिलियन से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं।