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भारत-पाक टिप्पणी से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ तक: सोशल मीडिया पर शिकंजा

प्रोफ़ेसर अली ख़ान महमूदाबाद ने भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. इस वजह से उन्हें हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया. प्रोफ़ेसर अली ख़ान पर आरोप है कि उन्होंने अपनी पोस्ट से दो समुदायों के बीच नफ़रत भड़काई. लेकिन प्रोफेसर अली का ये पहला मामला नहीं है. देश के अलग अलग स्टेट से टिप्पणी करने के लिए कई मामले दर्ज किए गए हैं.  आइए जानते हैं इस वीडियो में. 

उत्तर प्रदेश 

उत्तर प्रदेश पुलिस ने लगभग 18 जिलों से 30 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने के आरोप में पकड़ा गया है। कई लोगों पर ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ जैसे पोस्ट करने का आरोप है। सारी गिरफ्तारियां गोरखपुर, बरेली, लखीमपुर खीरी, बागपत, बदायूं, मेरठ, मुज़फ़्फ़रनगर, बुलंदशहर और बिजनौर जैसे जिलों में हुई हैं।पुलिस ने इन मामलों में कार्रवाई करते हुए लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ केस दर्ज किए हैं।

असम

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि असम में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में 71 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार होने वालों में एआईयूडीएफ़ विधायक अमीनुल इस्लाम भी शामिल हैं। उन्हें पहलगाम हमले पर विवादित टिप्पणी करने के आरोप में पहले गिरफ्तार किया गया, जमानत मिलने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत फिर हिरासत में लिया गया।गिरफ्तार होने वालों में रूपसान अली, राशिद मंडल, राजू शेख़, अब्दुल हुसैन, राशिद अहमद, आज़ाद इमरान हुसैन, अब्दुल समद, शाहदाद अली और शाहीन अहमद मजूमदार भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि असम पुलिस सोशल मीडिया पर कड़ी नज़र रख रही है और किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा।

जम्मू कश्मीर 

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हिलाल मीर नाम के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया था। आरोप था कि वह सोशल मीडिया पर भारत के खिलाफ ‘असंतोष’ और ‘अलगाववादी विचारधारा’ फैला रहा थे।पुलिस के मुताबिक, हिलाल मीर युवाओं की भावनाओं को भड़का रहा था और अलगाववाद को बढ़ावा दे रहा था। वह तुर्की की एक समाचार एजेंसी के साथ काम करते थे। हालांकि, हिलाल मीर के एक करीबी ने बताया है कि पुलिस ने अब उन्हें छोड़ दिया है।श्रीनगर के एक अन्य पत्रकार को भी पुलिस अधिकारी का फोन आया था, जिसमें उन्हें फेसबुक से एक पोस्ट हटाने के लिए कहा गया था। पत्रकार ने वह पोस्ट हटा दी थी, जिसमें कथित तौर पर एक चरमपंथी के ध्वस्त किए गए घर की तस्वीर थी। पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा बलों ने कश्मीर में कुछ घर गिराए थे, जिनमें एक घर आदिल हुसैन ठोकर का भी था, जिसका नाम हमले में आया था। पुलिस ने आदिल समेत तीन लोगों को ‘आतंकवादी’ बताया था।

मध्य प्रदेश 

मध्य प्रदेश में सोशल मीडिया और प्रदर्शनों के ज़रिए सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में कम से कम सात लोग गिरफ्तार हुए हैं। दमोह में वसीम ख़ान पर ‘विवादित’ फेसबुक पोस्ट करने और तनवीर क़ुरैशी पर उसका समर्थन करने के लिए केस दर्ज हुआ।जबलपुर में मोहम्मद ओसफ़ ख़ान को भड़काऊ टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। डिंडोरी में लेक्चरर नसीम बानो पर पहलगाम हमले से जुड़ा वीडियो व्हाट्सएप स्टेटस पर लगाने के लिए मामला दर्ज हुआ। इंदौर में पहलगाम हमले के विरोध प्रदर्शन में ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ के नारे लगने के बाद कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी समेत दो लोग हिरासत में लिए गए। पार्षद कादरी ने वीडियो से छेड़छाड़ का दावा किया है। मुरैना में समीर पठान को कथित तौर पर पाकिस्तान समर्थित पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इंदौर में मेट्रो कंस्ट्रक्शन कंपनी के एक कर्मचारी, मोहम्मद जावेद, को ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ के नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।


छत्तीसगढ़

रायपुर में लूज़िना ख़ान नाम की एक महिला को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सोशल मीडिया पर सवाल उठाने के लिए पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था। बजरंग दल ने उनकी पोस्ट के बाद थाने के सामने प्रदर्शन कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी।विवाद बढ़ने पर लूज़िना ख़ान ने अपनी पोस्ट हटा दी और माफी मांगते हुए भारतीय सेना पर गर्व जताया। उन्होंने कहा कि गलती से एक पोस्ट हो गई थी जिसे उन्होंने तुरंत हटा दिया। लूज़िना ख़ान एक युवा फोटोग्राफर हैं और उन्हें 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सम्मानित भी किया था। इंस्टाग्राम पर उनके बड़ी संख्या में फॉलोअर्स हैं।


मेघालय

मेघालय के नॉर्थ गारो हिल्स जिले में दो नाबालिगों को सोशल मीडिया पर पाकिस्तान का समर्थन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इन पर भारत विरोधी वीडियो पोस्ट करने का आरोप है, जिसमें वे गारो भाषा में भारत के खिलाफ नारे लगाते और पाकिस्तान का समर्थन करते दिख रहे हैं। पुलिस ने इन्हें अलग-अलग गांवों से पकड़ा है। जिला प्रशासन ने 15 मई को दर्ज शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की है।इससे पहले मेघालय में एक और व्यक्ति को पहलगाम हमले के बाद फेसबुक पर ‘नफरत वाली सामग्री’ पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस तरह मेघालय में कुल तीन लोगों को इस तरह के मामलों में गिरफ्तार किया गया है।

कर्नाटक
कर्नाटक के कोलार में मुनीर खान कुरैशी को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने पहलगाम हमले को बिहार चुनाव से जोड़ने वाला वीडियो पोस्ट किया था। उन्हें दो लाख रुपये की जमानत पर रिहा कर दिया गया। बेलगावी में आरएसएस कार्यकर्ताओं पर कर्नल सोफिया कुरैशी के ससुराल वालों के घर पर हमला करने और आग लगाने का आरोप लगाने वाली पोस्ट के मामले में दो लोगों पर केस दर्ज हुआ, लेकिन आरोपी कनाडा में है। विजयपुरा में डेंटल कॉलेज की छात्रा तशवरुधा फारूक शेख पर पाकिस्तान समर्थित पोस्ट करने का आरोप है। उसने माफी मांगी है, और पुलिस सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रही है।मंगलुरु में एक डॉक्टर-डाइटीशियन, डॉ. अफीफा फातिमा, पर पहलगाम हमले को उचित ठहराने वाले भड़काऊ बयान देने का मामला दर्ज किया गया है।

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