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पुरी रथ यात्रा में भगदड़ का कहर: 3 की मौत, 50 से ज्यादा घायल, प्रशासन पर सवाल

ओडिशा के पुरी में गुंडीचा मंदिर के बाहर,  रथ यात्रा के दौरान भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। इस घटना में कम से कम 3 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए।घटना सुबह करीब 4 से 4:20 बजे के बीच सरधाबली क्षेत्र में हुई, जब पूजा सामग्री लेकर जा रहा एक वाहन भीड़ में घुस गया। चश्मदीदों ने बताया कि वहां इतनी भीड़ को संभालने के लिए पुलिस या प्रशासन की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी।

घायलों का इलाज जारी

अस्पताल अधिकारियों ने बताया कि कुछ घायलों को प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई, लेकिन कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज जारी है। मृतकों में महिलाएं भी शामिल हैं, हालांकि उनकी पहचान की पुष्टि अभी नहीं हुई है।

मुख्यमंत्री ने माना ‘गंभीर लापरवाही’

मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा, “यह लापरवाही माफ करने लायक नहीं है। इसकी तुरंत जांच कराई जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।” मुख्यमंत्री ने इस मामले में प्रशासनिक चूक मानते हुए ज़िम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई के निर्देश दिए।

बड़े स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल

घटना के कुछ घंटे बाद ही राज्य सरकार ने जांच के आदेश दे दिए। विकास आयुक्त अनु गर्ग की अध्यक्षता में जांच शुरू कर दी गई है। साथ ही पुरी के कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वैन और एसपी विनीत अग्रवाल का तबादला कर दिया गया।

चंचल राणा को नया कलेक्टर बनाया गया है, जबकि पिनाक मिश्रा को नया एसपी नियुक्त किया गया। इसके अलावा, दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को ड्यूटी में लापरवाही के कारण सस्पेंड कर दिया गया।

मृतकों के परिवार को मुआवजा

सरकार ने मृतकों के परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता (एक्स-ग्रेशिया) देने की घोषणा की है।

ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा, “दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

विपक्ष का निशाना

इस हादसे पर विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “रथ यात्रा के दौरान भारी भीड़ को संभालने में सरकार की नाकामी साफ दिखती है। यह हादसा प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है।”

उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि हादसे के समय मदद के लिए सबसे पहले भक्तों के रिश्तेदार सामने आए, जबकि प्रशासन नदारद था।

पुलिस की सफाई

वहीं पुरी के पूर्व एसपी विनीत अग्रवाल ने कहा कि “मौके पर पुलिस की तैनाती जरूरत के हिसाब से थी।”ओडिशा के डीजीपी वाई बी खुड़निया भी मौके पर पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि मामले की गहराई से जांच जारी है।

रथ यात्रा का शेड्यूल

गौरतलब है कि शनिवार को रथ यात्रा के तहत तीनों मुख्य भगवानों के रथ सरधाबली पहुंच गए थे। रविवार शाम को गुंडीचा मंदिर तक रथ खींचने की रस्म पूरी की जानी है।

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