पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने एक विवादास्पद बयान देकर सियासी भूचाल ला दिया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे जम्मू-कश्मीर के “मुस्लिम बहुल इलाकों” में यात्रा न करें और वहां न जाएं जहां “धर्म पूछकर पर्यटकों की हत्या की जा रही है।”
क्या कहा सुवेंदु अधिकारी ने?
शुक्रवार को एक जनसभा में उन्होंने कहा:
“मुस्लिम बहुल इलाकों में मत जाओ। अगर कश्मीर जाना है तो जम्मू जाओ। नहीं तो उत्तराखंड, हिमाचल या ओडिशा चले जाओ। पहलगाम में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा गया, फिर उन्हें मार दिया गया।”
सुवेंदु का यह बयान हाल ही में पहलगाम में हुई पर्यटकों की हत्या की घटना के बाद आया है।
राजनीतिक दलों ने किया विरोध
टीएमसी ने इस बयान को “भड़काऊ और डर फैलाने वाला” करार दिया। पार्टी की ओर से बयान में कहा गया:
“सुवेंदु अधिकारी ने जो कहा, वह आतंकियों के फैलाए डर को और बढ़ा रहा है। क्या यही बीजेपी की आधिकारिक राय है? क्या प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और विदेश मंत्री जयशंकर इससे सहमत हैं?”
टीएमसी की मंत्री शशि पांजा ने और कड़ा हमला करते हुए कहा:
“यह भाषा पाकिस्तान या बांग्लादेश जैसी लगती है। आप लोगों को ये नहीं बता सकते कि वे कहां यात्रा करें। क्या ये बयान इसलिए आया क्योंकि उमर अब्दुल्ला ममता बनर्जी से मिलने कोलकाता आए?”
बीजेपी नेता का बचाव
सुवेंदु अधिकारी ने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने उन बंगाली परिवारों से मुलाकात की है जिनके परिजन कश्मीर में मारे गए। उन्होंने सवाल उठाया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने उन परिवारों से मुलाकात क्यों नहीं की।सुवेंदु पहले भी बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा को खत्म करने की मांग कर चुके हैं और उनका मानना है कि पार्टी की अल्पसंख्यक नीति “बेमतलब” है।
JKNC और विपक्षी दलों की तीखी प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) ने सुवेंदु के बयान को “शर्मनाक और गैर-जिम्मेदाराना” कहा। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता तनवीर सादिक ने कहा:
“कश्मीरी हमेशा देश के साथ खड़े रहे हैं। सुवेंदु अधिकारी देश को बांटने वाली नफरत फैला रहे हैं। यह केवल कश्मीर की बात नहीं है, ये भारत की आत्मा की बात है।”
कांग्रेस और वाम दलों ने भी सुवेंदु के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि जब सरकार दावा कर रही है कि कश्मीर में हालात सामान्य हैं, तब ऐसा बयान देना बेहद खतरनाक है।
बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष पर उठे सवाल
टीएमसी नेताओं ने बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष सामिक भट्टाचार्य की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। याद रहे कि सामिक पहले कह चुके हैं कि बीजेपी की लड़ाई किसी समुदाय से नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार से है।
निष्कर्ष:
सुवेंदु अधिकारी के इस बयान ने न सिर्फ कश्मीर के हालात पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि देश में अल्पसंख्यकों और पर्यटकों की सुरक्षा व अधिकारों पर भी बहस छेड़ दी है। अब देखना यह है कि क्या बीजेपी नेतृत्व इस पर सफाई देता है या यह मुद्दा और गर्माता है।