महाराष्ट्र के नासिक जिले के द्वारका इलाके की काठे गली में बनी एक दरगाह को लेकर पिछले कई दिनों से विवाद चल रहा था.आज (बुधवार) सुबह नगर निगम ने पुलिस की मौजूदगी में उस दरगाह को तोड़ दिया. दरगाह को “अवैध” बताया गया था और इसके खिलाफ 1 अप्रैल को नोटिस दिया गया था कि 15 दिन में खुद हटा लें वरना निगम खुद कार्रवाई करेगा.
दरगाह को लेकर कैसे बढ़ा विवाद?
22 फरवरी को नगर निगम ने दरगाह से कुछ अतिक्रमण पहले ही हटा दिया था. फिर कोर्ट का आदेश आया कि पूरा निर्माण अवैध है. इसके बाद निगम ने पूरी दरगाह हटाने का फैसला किया.
रात को हुआ बड़ा बवाल
मंगलवार की आधी रात को जब नगर निगम की टीम और पुलिस वहां पहुंची, तो जिसको लेकर भारी हंगामा भी हुआ है. जब लोगों ने विरोध किया, तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले छोड़े और खबर है कि 15 पुलिसकर्मी भी घायल हुए. साथ ही 15 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है जबकि प्रदर्शनकारियों के 57 मोटोसिलकिल जब्त किए गए है. हालात काबू में लाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और 500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया.
क्या है हिंदू संगठनों की मांग?
इस दरगाह को लेकर सकल हिंदू समाज ने मांग की थी कि इसे हटाकर वहां बजरंग बली का मंदिर बनना चाहिए. 22 फरवरी को उन्होंने इसके लिए एक बड़ा विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी भी की थी. जैसे ही प्रशासन को इसकी जानकारी मिली, तुरंत भारी पुलिस तैनात की गई और इलाके में कर्फ्यू लगाया गया. कुछ साधु-संतों को भी पुलिस ने एहतियातन गिरफ्तार कर लिया था.
अब क्या स्थिति है?
दरगाह पूरी तरह तोड़ दी गई है.
इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है.
ट्रैफिक रूट भी बदल दिए गए हैं.
माहौल अभी भी तनावपूर्ण है.