केंद्र सरकार ने किसानों के लिए एक अच्छी खबर दी है। सरकार ने धान, कपास, सोयाबीन और अरहर जैसी खरीफ की 14 फसलों की मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) यानी कम से कम समर्थन मूल्य बढ़ा दिया है। यह फैसला आज, 28 मई को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लिया गया।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि धान का नया MSP 2,369 रुपये तय किया गया है, जो पहले से 69 रुपये ज़्यादा है। इसी तरह, कपास का नया MSP 7,710 रुपये और एक दूसरी किस्म का 8,110 रुपये कर दिया गया है, जो पहले से 589 रुपये ज़्यादा है। सरकार के इस कदम से उस पर लगभग 2 लाख 7 हज़ार करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
क्या होती है MSP?
MSP वह दाम है जो सरकार किसानों को उनकी फसल के लिए देती है, चाहे बाज़ार में कीमत कम हो। इससे किसानों को नुकसान नहीं होता और उन्हें एक फिक्स दाम मिलता है। सरकार हर फसल के मौसम से पहले इसे तय करती है।
किन फसलों की MSP बढ़ी?
इस बार खरीफ की 14 फसलों की MSP बढ़ाई गई है, जिनमें धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंग, मूंगफली, गन्ना, सोयाबीन, उड़द, तुअर, कुल्थी, जूट और कपास शामिल हैं। खरीफ की फसलें आमतौर पर जून-जुलाई में बोई जाती हैं और सितंबर-अक्टूबर में काटी जाती हैं।
कैबिनेट के अन्य महत्वपूर्ण फैसले
सिर्फ MSP ही नहीं, कैबिनेट ने किसानों के लिए कुछ और भी महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं:
- किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज में छूट जारी: सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) पर मिलने वाली ब्याज सब्सिडी को अगले साल 2025-26 के लिए भी जारी रखने का फैसला किया है। इससे किसानों को कम ब्याज पर लोन मिलता रहेगा।
- रेलवे की दो बड़ी परियोजनाओं को मंजूरी: महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में रेलवे की दो नई लाइनें बिछाने की परियोजनाओं को भी कैबिनेट ने हरी झंडी दिखा दी है।
- आंध्र प्रदेश में नया हाईवे: आंध्र प्रदेश में बडवेल और नेल्लोर के बीच एक 108 किलोमीटर लंबा फोर-लेन हाईवे बनाने की योजना को भी मंजूरी मिली है।
सरकार का कहना है कि MSP बढ़ाने से किसानों को उनकी फसल का सही दाम मिलेगा और उनकी आय बढ़ेगी।