पहलगाम हमले के बाद से देशभर से अलग -अलग तस्वीरें सामने आ रही है. पुलिस ने धरपकड़ शुरू कर दी है. इसी कड़ी में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के विधायक अमीनुल इस्लाम को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल उन्हें पहलगाम और पुलवामा हमले पर दिए गए बयान के लिए गिरफ्तार किया गया है.
“पहलगाम हमला सरकार की साजिश”
अमीनुल इस्लाम ने हमले को लेकर अपने बयान में कहा कि-
फरवरी 2019 में पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर आत्मघाती बम विस्फोट और पहलगाम में 26 पर्यटकों की मौत “सरकार की साजिशें” है. आगे कहा कि पुलवामा हमले को लेकर मैंने कहा था कि यह केंद्र सरकार की एक चाल थी ताकि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले देश में लोगों को आपस में लड़ाया जा सके. साथ ही मैंने इसकी ठीक तरह से जाँच करने की माँग की थी.
वहीं पहलगाम हमले को लेकर इस्लाम कहते हैं कि ” ये सब बीजेपी वाले कह रहे हैं कि हमलावरों ने पहले देखा कि कौन हिंदू है और कौन मुसलमान, और फिर पहचान कर सिर्फ गैर-मुसलमानों को ही गोली मारी. लेकिन जो लोग बच गए और जिन्हें चोट लगी, उन्होंने बताया कि किसी से उनका नाम नहीं पूछा गया था, बल्कि उन पर दूर से ही गोलियाँ चलाई गईं.” वे आगे कहते हैं कि, “हमें शक है कि पहलगाम में जो कुछ भी हुआ, वह केंद्र सरकार की एक और चाल है ताकि राजनीतिक फायदे के लिए पूरे देश में मुसलमानों के खिलाफ नफरत और हिंसा फैलाई जा सके.”
पुलिस ने किया गिरफ्तार
इस्लाम का ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ. जिसके बाद असम पुलिस तुरंत हरकत में आई विपक्षी विधायक के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
असम पुलिस ने एक्स पर लिखा कि- ढिंग के विधायक, श्री अमीनुल इस्लाम ने लोगों के बीच एक ऐसा बयान दिया जो गलत जानकारी और लोगों को भड़काने वाला था. यह बयान स्थिति खराब कर सकता था. इसलिए नागांव पुलिस स्टेशन में केस नंबर 347/25, कानून की धारा 152, 196, 197(1), 113(3), 352 और 353 बीएनएस के तहत दर्ज किया गया है.
मुख्यमंत्री ने विधायक पर किया पलटवार
विपक्षी विधायक के इस बयान के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने उनपर पलटवार किया है, सरमा ने पत्रकारों से कहा, “हम उन सभी लोगों पर कार्रवाई करने की कोशिश कर रहे हैं जो हमले के बाद सीधे या घुमा-फिराकर पाकिस्तान की तरफदारी कर रहे हैं. हमें सोशल मीडिया पर विधायक अमीनुल इस्लाम के बयान और वीडियो मिले हैं, और ऐसा लगा कि वे पाकिस्तान का साथ दे रहे हैं, इसलिए हमने उनके खिलाफ केस दर्ज किया है.”