भारत और पाकिस्तान के बीच बॉर्डर पर तनाव चल रहा है। इसलिए भारत सरकार ने टीवी, इंटरनेट और आम लोगों से कहा है कि वे सेना क्या कर रही है या कहाँ जा रही है, इसकी सीधी या तुरंत की खबरें न दिखाएं। सरकार का कहना है कि ऐसा करने से खतरा बढ़ सकता है और जो काम हो रहा है, उसमें दिक्कत आ सकती है।
दुश्मन उठा सकते हैं फायदा
सरकार ने यह भी कहा है कि अगर जल्दबाजी में ऐसी खबरें दिखाई जाती हैं, तो जो हमारे दुश्मन हैं, वे इसका फायदा उठा सकते हैं। इससे हमारे सैनिकों की जान को खतरा हो सकता है। पहले जो लड़ाइयाँ और हमले हुए हैं, जैसे कारगिल की लड़ाई, मुंबई का 26/11 का हमला और कंधार में हवाई जहाज का अगवा होने का उदाहरण देते हुए कहा कि उन समयों पर जब तुरंत खबरें दिखाई गईं, वह देश के लिए ठीक नहीं था।
ऑफिशियल के बिना न करें टेलीकास्ट
टीवी के नियमों के हिसाब से, जब तक इस तरह की कार्रवाई हो रही है तब तक मीडिया को सिर्फ वही जानकारी दिखानी चाहिए जो सरकारी की तरफ से साझा की जा रही है। कोई भी चैनल ऑपरेशन को सीधा टेलीकास्ट नहीं करेगी जब तक सरकार की तरफ से कोई ऑफिशियल बयान नहीं देते हैं।
सरकार ने सभी लोगों के साथ सोशल मीडिया यूजर्स से भी अपील की है कि वह समझदारी से काम लें। सेना के बारे में कोई भी ऐसी खबर या जानकारी तुरंत न डालें जिसकी सच्चाई पता न हो।