गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 से लंदन जा रहे थे, जहां उनकी पत्नी और बेटी रहती हैं। उनका यह निजी दौरा भावनाओं से भरा था, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था।
रूपाणी जी ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से फ्लाइट में बोर्डिंग कर ली थी, लेकिन हादसे के कुछ देर पहले किसी जरूरी काम के चलते उन्हें प्लेन से उतरना पड़ा। इसी फ्लाइट ने उड़ान भरते ही मेघानीनगर के पास क्रैश कर दिया, जिसमें 242 लोगों की मौत हो गई।घटना की खबर जब राजकोट स्थित उनके पड़ोसियों तक पहुंची, तो पूरे मोहल्ले में चिंता और भय का माहौल बन गया। लोगों ने पास के मंदिर में जाकर प्रार्थना शुरू कर दी। कुछ देर बाद जब ये खबर आई कि विजय रूपाणी सुरक्षित हैं, तो सभी ने राहत की सांस ली।
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, वह लंदन में रहने वाली अपनी बेटी से लंबे समय बाद मिलने जा रहे थे। उनकी पत्नी भी वहीं रहती हैं। फ्लाइट मिस होना इस बार उनके जीवन की सबसे बड़ी राहत बन गया।एयर इंडिया और DGCA इस हादसे की जांच कर रहे हैं। हादसे के पीछे तकनीकी खराबी या अन्य कारणों की संभावना जताई जा रही है।यह हादसा न सिर्फ गुजरात बल्कि पूरे देश को झकझोर देने वाला है। और विजय रूपाणी का इस फ्लाइट से उतर जाना, एक चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा।
कब हुआ प्लेन क्रैश
12 जून 2025 की दोपहर को अहमदाबाद से लंदन जाने के लिए Air India की फ्लाइट AI171 टेक-ऑफ हुई। यह Boeing 787‑8 ड्रीमलाइनर था, जिसमें 242 लोग सवार थे 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर्स। उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद प्लेन मेघानीनगर इलाके में हादसे का शिकार हो गया। दुर्घटना इतनी भयानक थी कि किसी भी यात्री के बचने की उम्मीद नहीं थी
मृतकों की संख्या
पुलिस और स्थानीय अधिकारियों ने अब तक 204 शव निकाले हैं, जबकि मीडिया रिपोर्ट कह रही है कि सभी 242 लोगों की मौत हो चुकी है प्लेन ने BJ मेडिकल कॉलेज हॉस्टल को टक्कर मारी, जिससे हॉस्टल में मौजूद कई छात्र भी प्रभावित हुए। मलबा फैल गया और आसमान में काला धुआँ फटकता देखा गया । बोइंग 787 का यह पहला क्रैश था और यह भारत में पिछले दस वर्षों में सबसे बड़ा वायु हादसा माना जा रहा है