अमृतसर के गुरुनगरी में बीआरटीएस के दो कर्मचारियों ने एक बुजुर्ग व्यक्ति को धमकाया, बुजुर्ग ने बस डिपो पर पेशाब कर दिया था। दोनों व्यक्तियों ने उसे धमकाया व्यक्ति ने पगड़ी का इस्तेमाल करके उस जगह को साफ करने के लिए मजबूर किया गया।
एक वीडियो में बुजुर्ग को रोते हुए दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने कहा, “गर्मी में मुझे चक्कर आ गया, और मेरा पेशाब निकल गया।” कर्मचारी को बुजुर्ग व्यक्ति को गाली देते और अपमानित करते हुए नजर आ रहे हैं साथ ही उसे पेशाब साफ करने के लिए भी कह रहे हैं ।
बता दें कि, बूढ़े लोगों में अपने आप पेशाब निकल जाना आम बात है, इसके पीछे कमजोरी या कोई और वजह से हो सकती है। अमृतसर के एक सामाजिक कार्यकर्ता पवन शर्मा ने इस घटना को लेकर कहा, कर्मचारी ने उस बूढ़े आदमी से बहुत बुरे तरीके बुजुर्ग से पगड़ी उतरवाकर फर्श साफ़ करवाया। उन्होंने यह भी कहा कि एक बूढ़े आदमी को वीडियो में रोते और चिल्लाते देखना दुख की बात है। यह हैरान करने वाला है कि आज भी पगड़ी जैसी इज़्ज़त वाली चीज़ का अपमान किया गया।
इस मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी गई है और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को भी इस घटना के बारे में बता दिया गया है।
बीआरटीएस में काम करने वाली एक महिला कर्मचारी को इस घटना के बारे में तब पता चला जब एक और महिला कर्मचारी, इस घटना में शामिल थी, महिला ने वीडियो और तस्वीरें बनाईं और बाद में उन्हें कर्मचारियों के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में डाल दिया। वहां दूसरे कर्मचारियों ने भी उस बूढ़े आदमी का अपमान किया और इस शर्मनाक काम का समर्थन किया। उस महिला कर्मचारी ने कहा, “जब वीडियो ग्रुप में डाला गया, तो मैंने उन्हें इसे शेयर न करने की सलाह दी, लेकिन तब तक यह सोशल मीडिया पर आ चुका था।”
वीडियो में दिख रहा है कि बूढ़ा आदमी और बदतमीजी करने वाले, दोनों ने पगड़ी पहनी हुई थी। वहीं, कुछ कर्मचारियों ने कहा कि वह बूढ़ा आदमी हिंदू है, सिख नहीं।
विरोध करने वाली महिला ने इसे लेकर कहा कि “चाहे वह हिंदू हो या सिख, वह एक इंसान है, और उन्होंने पगड़ी का अपमान किया। यह सही नहीं था।”
वह महिला बताती है कि जब से उसने इस घटना का विरोध किया है तब से उसे मारने की धमकियाँ मिल रही हैं और उसे नौकरी से निकालने की बात कही जा रही है। उसने कहा, “उन्होंने मुझे डराया, कहा कि वे मेरे घर आएँगे, मेरे बाल पकड़कर खींचेंगे और मुझे पीटेंगे।”
बता दें कि महिला को यह नौकरी तब मिली जब कोविड-19 में उसके पति की मौत हो गई थी, और अब वह अपने दो बच्चों का ध्यान रखने के लिए कई काम करती है।