डिजिटल न्यूज़ वेबसाइट मकतूब का एक्स अकाउंट पर रोक लगा दी गई। मकतूब की टीम ने इस पर गुस्सा जताया है और कहा है कि यह प्रेस की आज़ादी पर हमला है।
मकतूब ने एक बयान जारी करते हुए कहा, “हमें पता चला है कि एक कानूनी मांग के जवाब में भारत में मकतोब का एक्स अकाउंट रोक दिया गया है। हमें सरकार की इस मनमानी कार्रवाई के कारण की कोई जानकारी नहीं है। यह प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है।”
टीम ने आगे कहा- इस वक्त सच छुपाया जा रहा है, लेकिन मकतूब अपना काम करता रहेगा। उन्होंने अपने साथियों से कहा है कि वे उनकी वेबसाइट के लिंक शेयर करें ताकि लोग उनकी खबरें पढ़ सकें।
इस घटना के बाद देश में प्रेस फ्रीडम को लेकर नई जंग छेड़ दी है। कई पत्रकारों ने इस तरह की कार्रवाई को गलत बताया है। साथ ही कहा कि ये मीडिया की आवाज़ को दबाने की कोशिश है। अभी यह साफ नहीं है कि किस वजह से मकतूब का एक्स अकाउंट पर रोक लगाई गई है। मकतूब ने कहा है कि उन्हें इस कार्रवाई की वजह के बारे में कुछ नहीं पता।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत में मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सरकार की कार्रवाइयों को लेकर पहले से ही सवाल उठते रहे हैं। मकतूब, अल्पसंख्यक और हाशिए के समुदायों से संबंधित मुद्दों पर रिपोर्टिंग करता है यह देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या होगा और मकतूब अपनी रिपोर्टिंग को लोगों तक पहुंचाने के लिए क्या कदम उठाता है।