पंजाब की भगवंत मान सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अपनी ही पार्टी के विधायक रमन अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया है। जालंधर सेंट्रल से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक रमन अरोड़ा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं, जिसके चलते पंजाब सरकार की विजलेंस टीम ने उनके घर पर छापेमारी की और उन्हें गिरफ्तार किया।
विजलेंस टीम की कार्रवाई
शुक्रवार को विजलेंस विभाग के अधिकारी रमन अरोड़ा के घर पहुंचे और वहां तलाशी अभियान चलाया। तलाशी के बाद विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता नील गर्ग ने भी रमन अरोड़ा के घर पर विजलेंस की छापेमारी और गिरफ्तारी की पुष्टि की।
भ्रष्टाचार के आरोप
रमन अरोड़ा पर जालंधर नगर निगम के अधिकारियों के साथ मिलकर लोगों को झूठे नोटिस भेजने का आरोप है। इन नोटिसों के कारण जालंधर के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। आरोप है कि रमन अरोड़ा लोगों से पैसे लेकर इन झूठे नोटिसों को वापस करवाते थे। लोगों से मिली शिकायतों के बाद पंजाब सरकार ने रमन अरोड़ा की सुरक्षा वापस ले ली थी।
सुरक्षा वापस लेने का कारण
रमन अरोड़ा की सुरक्षा में 14 जवान तैनात थे, जिसे कुछ दिन पहले पंजाब सरकार ने अचानक वापस ले लिया था। जब इस बारे में रमन अरोड़ा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें सुरक्षा वापस लेने का कारण नहीं पता है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
आम आदमी पार्टी ने इस कार्रवाई को भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया है। पार्टी का कहना है कि वे किसी भी भ्रष्ट व्यक्ति को नहीं बख्शेंगे, चाहे वह उनकी पार्टी का ही क्यों न हो। वहीं, विपक्षी दलों ने इस मामले पर सरकार से और अधिक स्पष्टीकरण की मांग की है और निष्पक्ष जांच की अपील की है।
मामले की जांच जारी
विजलेंस टीम अब रमन अरोड़ा से पूछताछ कर रही है और मामले की गहराई से जांच कर रही है। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी खुलासे होने की संभावना है।