तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में मिस वर्ल्ड 2025 प्रतियोगिता की तैयारियों के तहत टैंक बंड पर विभिन्न देशों के झंडे लगाए गए थे। इन्हीं में से एक झंडा इज़रायल का भी था, जिसे एक युवक मोहम्मद ज़ाकिर ने फिलिस्तीन के समर्थन में विरोधस्वरूप नीचे उतार दिया। इसके बाद पुलिस ने उस पर दो केस दर्ज कर दिए हैं।
सैफाबाद थाना पुलिस ने इस घटना को “राष्ट्रीय ध्वज का अपमान” बताया है, हालांकि उन्होंने स्पष्ट नहीं किया कि वह किस देश के झंडे की बात कर रहे हैं। मोहम्मद ज़ाकिर के खिलाफ अपराध संख्या 138/2025 और 141/2025 के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने शनिवार को उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है और मामले की जांच जारी है।
मिस वर्ल्ड से पहले झंडों का प्रदर्शन
मिस वर्ल्ड 2025 प्रतियोगिता का आयोजन 31 मई को हैदराबाद के हिटेक्स प्रदर्शनी केंद्र में होना है। उससे पहले सरकार ने हिस्सा ले रहे देशों के झंडे टैंक बंड जैसे प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर लगाए थे। इस कदम की सोशल मीडिया पर आलोचना शुरू हो गई थी, खासकर इज़रायली झंडे को लेकर, जिसे ग़ज़ा में जारी नरसंहार के चलते हटाने की मांग की जा रही थी।
फिलिस्तीन के समर्थन में विरोध
पिछले कुछ महीनों से दुनियाभर में इज़रायल के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। सोशल मीडिया और ज़मीनी स्तर पर इज़रायली उत्पादों के बहिष्कार और उसके समर्थन में काम करने वाली कंपनियों को निशाना बनाने की मांग की जा रही है। भारत में भी छात्र, कार्यकर्ता और आम नागरिक ग़ज़ा के समर्थन में आवाज़ उठा रहे हैं।
ग़ज़ा में इज़रायली हमलों से भारी तबाही
ग़ज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अक्टूबर 2024 से अब तक इज़रायली हमलों में 53,119 फिलिस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं और 1,20,214 से अधिक घायल हुए हैं। वहीं ग़ज़ा की सरकारी मीडिया इकाई का कहना है कि मरने वालों की संख्या 61,700 से ज़्यादा है, क्योंकि हजारों लोग अब भी मलबे के नीचे दबे हुए हैं और लापता हैं।