हैदराबाद के शमशाबाद इलाके में स्थित मशहूर कराची बेकरी की एक शाखा पर शनिवार दोपहर लगभग 3 बजे भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जुड़े कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। हमलावरों की मांग थी कि बेकरी अपने नाम से “कराची” शब्द हटाए, क्योंकि यह उन्हें पाकिस्तान से जुड़ा प्रतीत होता है।
तोड़फोड़ और धमकियों का दौर
प्रदर्शनकारियों ने बेकरी की साइनबोर्ड को नुकसान पहुंचाया और स्टाफ को डराने की कोशिश की। हालांकि इस दौरान कोई कर्मचारी घायल नहीं हुआ और ज्यादा नुकसान भी नहीं हुआ, लेकिन यह घटना एक बड़ी मुहिम का हिस्सा मानी जा रही है जिसमें दक्षिणपंथी संगठन उन व्यापारिक संस्थानों को निशाना बना रहे हैं.
इतिहास से जुड़ी बेकरी, आज भी भारतीय पहचान के साथ
कराची बेकरी की स्थापना 1953 में हैदराबाद के मोज़मजाही मार्केट में हुई थी। इसे एक ऐसे परिवार ने शुरू किया था जो विभाजन के समय पाकिस्तान के कराची शहर से भारत आया था। आज यह बेकरी राजेश और हरीश रमणानी द्वारा संचालित की जाती है और पूरे भारत में इसकी कई शाखाएं हैं — दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई समेत हैदराबाद में ही इसकी 24 ब्रांच हैं। इस बेकरी की फ्रूट बिस्किट और उस्मानिया कुकीज़ देशभर में पसंद की जाती हैं।