उत्तर प्रदेश के सम्भल जिले के नरोली कस्बे में कुछ दुकानों की दीवारों पर “फ्री गाज़ा, फ्री फिलिस्तीन” (Free Gaza, Free Palestine) लिखे पोस्टर लगाए गए थे। इन पोस्टरों में इस्राइली सामानों के बहिष्कार (बॉयकॉट) की अपील की गई थी और कहा गया था कि लोग भारतीय सामान खरीदें।
पुलिस की कार्रवाई:
रविवार को सम्भल पुलिस ने 7 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कहा कि उन्होंने दुकानों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग देखी और दुकान मालिकों से भी पूछताछ की। इसके बाद आसिम, सैफ अली, रहीस, मतलूब, फर्दीन, अरमान और अरबाज़ नाम के युवकों को पकड़ा गया।
पोस्टर में क्या लिखा था:
पोस्टर में लिखा था कि गाज़ा में सब कुछ तबाह हो चुका है और अगर हम अपने फिलिस्तीनी भाई-बहनों की हालत देखकर भी न रोएं, तो समझिए कि हमारे दिल मर चुके हैं। साथ ही ये भी लिखा था कि अगर कोई इस्राइली खाने-पीने की चीजें खरीदता है, तो यह वैसा ही पाप है जैसे सूअर का मांस खाना या शराब पीना। मुस्लिम दुकानदारों और लोगों से अपील की गई थी कि वे ऐसे सामान न खरीदें।
पुलिस का अगला कदम:
फिलहाल पुलिस ने यह नहीं बताया है कि इन सातों पर किस-किस धारा (IPC sections) के तहत मामला दर्ज किया गया है. दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में इस वक्त गाज़ा में हो रहे नरसंहार (genocide) और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत के विरोध में इस्राइली कंपनियों और उनके उत्पादों का बहिष्कार किया जा रहा है।