श्री वार्ष्णेय कॉलेज, अलीगढ़ में शनिवार को उस वक्त तनाव का माहौल बन गया जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े छात्रों और पदाधिकारियों ने कॉलेज परिसर में एक मुस्लिम प्रोफेसर पर ‘आपत्तिजनक संदेश भेजने’ के आरोप में हमला बोल दिया। कॉलेज में अंग्रेजी पढ़ाने वाले इस प्रोफेसर की न सिर्फ सरेआम पिटाई की गई, बल्कि उनके खिलाफ सस्पेंशन की मांग को लेकर जमकर हंगामा भी हुआ।
हैरत की बात ये रही कि घटनास्थल पर पुलिस भी मौजूद थी, बावजूद इसके प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने प्रोफेसर के साथ बेरहमी दिखाई। हालात बेकाबू होते देख पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी और किसी तरह प्रोफेसर को छात्रों के चंगुल से छुड़ाया गया।
क्या है मामला?
ABVP नेताओं और छात्रों ने प्रोफेसर पर आरोप लगाया कि वह एक छात्रा को मोबाइल पर अश्लील और आपत्तिजनक मैसेज भेजते थे। बलदेव चौधरी सीटू नामक ABVP पदाधिकारी ने प्रोफेसर पर ‘लव जिहाद’ का आरोप भी लगाया और दावा किया कि पीड़िता ने इस मामले की शिकायत एसपी सिटी, गांधी पार्क थाने और महिला आयोग को दी थी।
प्रदर्शन के दौरान छात्राओं ने भी हिस्सा लिया और ‘भारत माता की जय’, ‘फूल नहीं चिंगारी हैं, हम भारत की नारी हैं’ जैसे नारे लगाए। प्रदर्शन में शामिल कई बच्चियां स्कूल ड्रेस में नजर आईं, जो इस बात पर सवाल खड़ा करता है कि क्या यह प्रोटेस्ट पूरी तरह कॉलेज से जुड़ा था या बाहरी छात्रों को भी इसमें जोड़ा गया।
प्रिंसिपल ने क्या कहा?
कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. बृजेश कुमार ने मामले पर संयमित प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “जब मैं कॉलेज पहुंचा, तो कुछ लोग सस्पेंशन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। मैंने उनसे पूछा कि आखिर आरोप क्या है, तो शुरुआत में कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। फिर बताया गया कि ये मामला छह महीने पुराना है।” प्रिंसिपल के मुताबिक, इतनी पुरानी बात होने के बावजूद कॉलेज प्रशासन को कभी कोई आधिकारिक शिकायत नहीं दी गई। “अगर शिकायत की गई होती, तो कॉलेज जांच करता। अब अगर पीड़िता कॉलेज की छात्रा है, तो हम जांच शुरू करेंगे। लेकिन अगर वह बाहरी है, तो ये मामला पुलिस का है,” उन्होंने स्पष्ट किया।
प्रोफेसर बृजेश ने ABVP के प्रदर्शन की शैली पर भी सवाल उठाए
उन्होंने कहा, “किसी को सिर्फ आरोप के आधार पर सस्पेंड नहीं किया जा सकता। जांच होगी और तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।”
पुलिस की जांच जारी
अलीगढ़ के एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि यह शिकायत एक एक्स-स्टूडेंट की ओर से आई है। “शिकायत में आरोप लगाया गया है कि प्रोफेसर ने छात्रा को आपत्तिजनक वीडियो और मैसेज भेजे। पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है। प्रोफेसर के मोबाइल और लैपटॉप की फॉरेंसिक जांच की जा रही है।” उन्होंने आगे बताया कि कॉलेज प्रशासन की तरफ से भी एक आंतरिक जांच समिति गठित की गई है। “हम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं ताकि प्रोफेसर के साथ मारपीट की स्थिति की भी जांच की जा सके,” उन्होंने जोड़ा।