आज, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या गए। वहां उन्होंने हनुमानगढ़ी मंदिर में बने नए हनुमत कथा मंडप का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि 500 साल के लंबे इंतजार के बाद अयोध्या को उसका खोया हुआ सम्मान वापस मिल गया है। पहले यहां सुविधाएं कम थीं, पर अब ये शहर पूरी तरह बदल गया है। उन्होंने ये भी कहा कि “मंदिर वहीं बनाएंगे” का वादा पूरा हो गया है।
पाकिस्तान पर तीखा हमला:
सीएम योगी ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर कड़े शब्दों में घेरा। उन्होंने कहा, “यह नया भारत है, जो किसी को छेड़ता नहीं, लेकिन अगर कोई छेड़ेगा तो उसे छोड़ेगा भी नहीं।” उन्होंने भगवान हनुमान द्वारा रावण को दिए गए संदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि जब रावण ने अपने पुत्र के वध का कारण पूछा, तो हनुमान ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह प्रतिशोध था और वह इसलिए मारा गया क्योंकि उसमें शक्ति नहीं थी। उन्होंने कहा कि भारत ने कभी पहले हमला नहीं किया, लेकिन जब हमारे निर्दोष नागरिकों को धर्म पूछकर मारा गया, तब जवाब देना आवश्यक हो गया। उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 124 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने का उल्लेख किया और कहा कि यह भारत की गलती नहीं थी, बल्कि उन लोगों की गलती है जो पाकिस्तान में बैठकर आतंकियों को पनाह देते हैं और आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि आतंकवाद एक दिन पाकिस्तान को निगल जाएगा और अब उसके दिन गिने-चुने रह गए हैं, 75 साल जीने के बाद उसे अपने कर्मों की सजा भुगतनी होगी।
अयोध्या का पुनरुत्थान:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने डबल स्पीड से काम करते हुए अयोध्या धाम को उसका खोया हुआ गौरव लौटाया है। उन्होंने कहा कि आज अयोध्या धाम का नाम सुनते ही लोगों के चेहरे पर एक विशेष चमक दिखाई देती है। उन्होंने कहा, “हमने पहले ही कहा था, श्री अयोध्या धाम का वैभव लौटेगा, और कोई इसे रोक नहीं पाएगा। ‘सौगंध राम की खाएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे’ के संकल्प को पूरा करने के लिए स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या आकर श्रीराम मंदिर की आधारशिला रखी।” उन्होंने यह भी कहा कि हमारा अस्तित्व और पहचान सनातन धर्म के कारण ही है।
देश और धर्म पर योगी का संदेश:
योगी ने आगे कहा, “हम अपने देश और धर्म के खिलाफ किसी भी बात को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। पूज्य संत ब्रह्मलीन महंत परमहंस रामचंद्र दास जी महाराज, श्रद्धेय अशोक सिंघल जी और मेरे पूज्य गुरुदेव राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज- इन महान आत्माओं की उपस्थिति आज भी हमें प्रेरणा देती है। मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि श्री अयोध्या धाम के वर्तमान वैभव को देखकर उनकी आत्माएं जहां कहीं भी होंगी, उन्हें अपार संतोष और गर्व की अनुभूति हो रही होगी।” उन्होंने अयोध्या के विकास और सांस्कृतिक पुनरुत्थान के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।