प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोप फ्रांसिस के निधन पर गहरा दुख जताया है। मोदी ने कहा कि पोप फ्रांसिस करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक ताकत के प्रतीक थे। 88 साल के पोप फ्रांसिस का आज सुबह वेटिकन सिटी में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में लिखा,
“पोप फ्रांसिस के निधन से गहरा दुख हुआ है। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं पूरी कैथोलिक समुदाय के साथ हैं। दुनिया भर में करोड़ों लोग उन्हें दया, नम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रकाश-स्तंभ के रूप में याद रखेंगे।”
मोदी ने यह भी याद किया कि पोप फ्रांसिस का भारत के लोगों के साथ एक खास लगाव था। उन्होंने कहा कि पोप ने गरीबों और पीड़ितों के लिए हमेशा काम किया और उनमें आशा की भावना जगाई। प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले साल इटली में जी-7 सम्मेलन के दौरान उनकी पोप से मुलाकात हुई थी, जिसने उन पर गहरी छाप छोड़ी थी।
मोदी ने कहा,
“मैं पोप फ्रांसिस से अपनी मुलाकात को स्नेहपूर्वक याद करता हूं। उनकी समावेशी और सर्वांगीण विकास की सोच से मैं बहुत प्रभावित हुआ था। उनका भारत के लोगों के लिए प्यार हमेशा याद किया जाएगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। “साल 2022 में भारत के कैथोलिक बिशप्स कांफ्रेंस (CBCI) ने प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया था कि वे पोप को भारत आने का न्योता दें। उस समय मोदी ने इसमें दिलचस्पी भी दिखाई थी, लेकिन पोप की तबीयत खराब रहने के कारण यह दौरा नहीं हो सका।