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जहानाबाद से लेकर ‘पलटू चाचा’ तक, तेज प्रताप के विवादों की कहानी

बिहार की सियासी गलियों में एक नया तूफान उठा है। लालू प्रसाद यादव, राजनीति के चाणक्य, ने अपने ही घर में ‘अग्निबाण’ चलाया है। उनके बड़े बेटे, तेज प्रताप यादव, को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं, लालू ने सोशल मीडिया पर यह भी ऐलान किया कि अब परिवार में तेज प्रताप की कोई भूमिका नहीं रहेगी।

यह ‘अग्निबाण’ तब चला, जब तेज प्रताप के सोशल मीडिया हैंडल से एक युवती के साथ उनके 12 साल पुराने प्रेम संबंधों का खुलासा हुआ। हालांकि, तेज प्रताप ने बाद में ‘हैक’ का बहाना बनाया, लेकिन लालू यादव के ‘अग्निबाण’ ने सारे कयासों को विराम दे दिया।

हालांकि ये पहली बार नहीं है जब तेज प्रताप विवादों में घिरे हो इससे पहले भी वे कई बार विवादों में रह चुके हैं. आइए जानते हैं इस खबर में उन विवादों के बारे में. 

1. जहानाबाद से उतारा अपना प्रत्याशी, आरजेडी उम्मीदवार की हुई हार

लालू प्रसाद यादव के बेटे, तेजस्वी और तेज प्रताप यादव, 2015 में विधायक बने। तेजस्वी ने राजनीति में अपनी जगह बनाई, लेकिन तेज प्रताप को अभी भी संघर्ष करना पड़ रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में तेज प्रताप ने ‘लालू-राबड़ी मोर्चा’ नाम की एक अलग पार्टी बनाई। वे अपनी पसंद के उम्मीदवार को चुनाव में खड़ा करना चाहते थे।

जब उनकी बात नहीं मानी गई, तो उन्होंने जहानाबाद से चंद्र प्रकाश को चुनाव लड़वाया। उस चुनाव में आरजेडी के उम्मीदवार सुरेंद्र यादव सिर्फ 1,751 वोटों से हार गए। तेज प्रताप के उम्मीदवार चंद्र प्रकाश को 7,755 वोट मिले थे। लोगों का मानना है कि चंद्र प्रकाश की वजह से ही सुरेंद्र यादव चुनाव हारे।

2. आरजेडी अध्यक्ष पद को लेकर हुआ टकराव

लालू प्रसाद यादव के दो बेटे हैं, तेजस्वी और तेज प्रताप। 2015 में दोनों विधायक बने। तेजस्वी ने राजनीति में अपनी जगह बनाई, लेकिन तेज प्रताप को अभी भी परेशानी हो रही है। 2019 के लोकसभा चुनाव में तेज प्रताप ने अपनी अलग पार्टी बनाई, जिसका नाम था ‘लालू-राबड़ी मोर्चा’। वे चाहते थे कि उनके बताए लोग चुनाव लड़ें। जब उनकी बात नहीं मानी गई, तो उन्होंने जहानाबाद से चंद्र प्रकाश को चुनाव लड़वाया। उस चुनाव में लालू की पार्टी के उम्मीदवार सुरेंद्र यादव सिर्फ 1,751 वोटों से हार गए। तेज प्रताप के उम्मीदवार चंद्र प्रकाश को 7,755 वोट मिले। लोगों का कहना है कि चंद्र प्रकाश की वजह से ही सुरेंद्र यादव चुनाव हारे।

3. होली पर वायरल वीडियो और तेज प्रताप की बयानबाज़ी ने बढ़ाई मुश्किलें

तेज प्रताप यादव, लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे, अपनी राजनीतिक यात्रा में लगातार सुर्खियों में रहे हैं, लेकिन अक्सर विवादों के कारण। इस साल होली के मौके पर उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसने उनकी सार्वजनिक छवि को और धूमिल किया। वीडियो में, एक होली मिलन समारोह के दौरान, तेज प्रताप अपने अंगरक्षक, दीपक कुमार, को “ठुमका” लगाने का आदेश देते हुए दिखाई दिए, निलंबन का सामना करने की धमकी दी।

इस घटना ने राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में तीखी आलोचना को जन्म दिया। पटना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दीपक कुमार को वापस पुलिस लाइन में बुला लिया और उनके स्थान पर एक नए अंगरक्षक को नियुक्त किया।

उसी दिन, तेज प्रताप को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास के सामने स्कूटी चलाते हुए देखा गया, जहाँ उन्होंने कथित तौर पर चिल्लाते हुए पूछा, “पलटू चाचा कहाँ हैं?” यह घटना उनके और नीतीश कुमार के बीच के तनावपूर्ण संबंधों को दर्शाती है, जो उनके राजनीतिक विरोध के लिए जाने जाते हैं।

तेज प्रताप यादव के ये कृत्य उनकी असंवेदनशील और गैर-जिम्मेदाराना सार्वजनिक व्यवहार को उजागर करते हैं, जो उनकी राजनीतिक प्रतिष्ठा को लगातार नुकसान पहुंचाते रहे हैं।

4. वरिष्ठ नेताओं और मंच पर नेता से बदसलूकी


तेज प्रताप यादव, जिन्हें उनके समर्थक ‘तेजू भइया’ कहते हैं, जब राजनीति में आए तो उन्होंने आरजेडी के कई बड़े नेताओं के खिलाफ बयान दिए। उन्होंने जगदानंद सिंह, शिवानंद तिवारी और रघुवंश प्रसाद सिंह जैसे नेताओं पर भी तीखी टिप्पणी की। जब रघुवंश प्रसाद सिंह नाराज़ हुए, तो तेज प्रताप ने कहा कि उनके जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता।

मई 2024 में, एक कार्यक्रम में तेज प्रताप ने आरजेडी के प्रदेश महासचिव को सबके सामने थप्पड़ मारा और मंच से नीचे धकेल दिया। उनके इस व्यवहार से पार्टी में काफी विवाद हुआ।

5. लाइफ़ स्टाइल, देवी-देवता रूप की वजह से भी सुर्ख़ियों में रहे

तेज प्रताप यादव, दो बार विधायक और बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं, अपनी जीवनशैली के कारण भी चर्चा में रहते हैं। वे कभी श्रीकृष्ण का रूप धारण करते हैं, तो कभी शिव का वेश। वे खुद को बिहार का दूसरा लालू, किंगमेकर और तेजस्वी यादव का सारथी बताते रहे हैं।

उनकी जलेबी तलते हुए एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। साल 2018 में उनकी शादी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय की पोती ऐश्वर्या राय से हुई थी। हालांकि, यह शादी ज्यादा समय तक नहीं चली और तलाक का मामला अभी फैमिली कोर्ट में चल रहा है।

तेज प्रताप के कई प्रेम संबंध भी समय-समय पर चर्चा में आते रहे हैं। यूट्यूबर और पत्रकारों के प्रति उनका व्यवहार भी अक्सर विवाद का कारण बना रहता है। वे अपने बयानों और हरकतों से हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। उनके समर्थक उन्हें ‘तेजू भैया’ कहकर बुलाते हैं।

राजनीति में सक्रिय होने के बाद, उन्होंने आरजेडी के कई वरिष्ठ नेताओं को लेकर विवादित बयान दिए, जिससे पार्टी में उनकी छवि खराब हुई। इसके बावजूद, वे खुद को पार्टी का महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

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