अब हर यूएई नागरिक को मिलेगा ChatGPT Plus का फ्री एक्सेस – ओपनएआई और UAE सरकार की ऐतिहासिक साझेदारी
जहाँ दुनिया भर में लोग एडवांस एआई टूल्स के लिए हर महीने जेब से पैसे खर्च कर रहे हैं, वहीं संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने एक ऐसा कदम उठाया है, जो तकनीकी क्रांति की दिशा में नई मिसाल बन सकता है। अब UAE के हर नागरिक को मिलेगा ChatGPT Plus का मुफ्त एक्सेस — बिना किसी सब्सक्रिप्शन फीस के!
UAE में हर नागरिक को मिलेगा ChatGPT Plus का मुफ्त फायदा
OpenAI और UAE सरकार के बीच हुई एक ऐतिहासिक साझेदारी के तहत अब UAE के सभी नागरिकों को ChatGPT Plus का प्रीमियम वर्जन मुफ्त में मिलेगा। यानी अब दुबई, अबू धाबी या UAE के किसी भी शहर में रहने वाला व्यक्ति इस एडवांस AI टूल का इस्तेमाल कर सकता है – वो भी बिना एक भी पैसा खर्च किए।
ChatGPT Plus की कीमत और UAE का तोहफा
वैसे तो ChatGPT Plus की मासिक कीमत लगभग 20 डॉलर (1700 रुपये) होती है, लेकिन अब UAE के लोगों को यह सुविधा बिल्कुल मुफ्त में मिलेगी। इसका मतलब – हर नागरिक को हर महीने की सीधी बचत और बदले में एक स्मार्ट, शक्तिशाली AI असिस्टेंट।
AI से जुड़ेगा हर नागरिक – शिक्षा से लेकर हेल्थ तक
इस प्रोजेक्ट का मकसद सिर्फ AI एक्सेस देना नहीं है, बल्कि UAE को एक ग्लोबल AI हब में बदलना है। यह साझेदारी OpenAI के “AI for Countries” पहल का हिस्सा है, जिसके तहत तकनीक को आम आदमी की पहुंच में लाया जाएगा – फिर चाहे वो छात्र हो, बिजनेसमैन, हेल्थ वर्कर या सरकारी कर्मचारी।
Stargate UAE – अबू धाबी में बन रहा है मेगा AI डेटा सेंटर
इस योजना के साथ-साथ अबू धाबी में एक विशाल AI डेटा सेंटर “Stargate UAE” तैयार किया जा रहा है। यह सेंटर दुनियाभर में एआई कंप्यूटिंग का प्रमुख केंद्र बनेगा। इसमें 1 गीगावाट का एआई कंप्यूटिंग क्लस्टर भी शामिल होगा, जिसका पहला चरण 2025 में तैयार होने की उम्मीद है।
दिग्गज कंपनियों की भागीदारी – Oracle, NVIDIA से लेकर SoftBank तक
इस क्रांतिकारी पहल में दुनिया की कई बड़ी टेक कंपनियाँ भी जुड़ी हैं – जैसे कि Oracle, NVIDIA, Cisco, SoftBank और G42। ये साझेदार न सिर्फ तकनीक देंगे, बल्कि UAE के AI इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाएंगे।
जब बाकी देश सोच रहे हैं, UAE ने कर दिखाया
जब दुनिया के कई देश अब भी यह तय नहीं कर पा रहे कि AI को कैसे अपनाएं, UAE ने एक साहसिक कदम उठाकर पूरी दुनिया को रास्ता दिखाया है। यह सिर्फ तकनीक की बात नहीं है, बल्कि समाज को सशक्त बनाने की दिशा में लिया गया एक दूरदर्शी फैसला है।