21 अरब, इस्लामिक, अफ्रीकी देशों ने एक संयुक्त बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने इज़राइल से ईरान पर किए जा रहे हमलों को तुरंत रोकने की मांग की है। इन देशों ने पूरे पश्चिम एशिया में शांति बहाल करने के लिए एक पूर्ण युद्धविराम (सीज़फायर) की अपील की है।
पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता को खतरा
इस बयान पर मिस्र, सऊदी अरब, क़तर, पाकिस्तान, तुर्की जैसे देशों के विदेश मंत्रियों ने हस्ताक्षर किए हैं। बयान में कहा गया है कि इज़राइल द्वारा शुक्रवार से शुरू हुए हमलों के कारण हालात बहुत गंभीर और खतरनाक हो गए हैं, और इससे पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता को खतरा है। बयान में यह भी ज़ोर दिया गया कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर कोई भी स्थायी हल सिर्फ़ बातचीत और कूटनीति के ज़रिये ही संभव है।
ईरान और इजराइल में अफरा तफरी
गौरतलब है कि शुक्रवार से इज़राइल ने तेहरान और ईरान के कई शहरों पर हवाई हमले किए हैं, जिनमें कई शीर्ष सैन्य कमांडर, परमाणु वैज्ञानिक और आम नागरिक मारे गए हैं। जवाब में, ईरान ने भी मिसाइल और ड्रोन हमलों के ज़रिये इज़राइल के कई ठिकानों को निशाना बनाया है, जिससे वहां भी जानमाल का नुकसान हुआ है। विदेश मंत्रियों ने इज़राइल के इन हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन बताया है। उन्होंने यह भी कहा कि हर देश की संप्रभुता, सीमाओं और शांति से समाधान के अधिकार का सम्मान होना चाहिए।इन देशों ने मध्य पूर्व को परमाणु और अन्य विनाशकारी हथियारों से मुक्त क्षेत्र बनाने की भी मांग की है और सभी देशों से अपील की कि वे परमाणु अप्रसार संधि (NPT) में शामिल हों ताकि क्षेत्र में भविष्य में शांति बनी रहे।