ईरान के शाहिद राजाई बंदरगाह पर शनिवार को एक बड़ा धमाका हुआ. इस धमाके में 500 से ज़्यादा लोग घायल हो गए. यह धमाका कई कंटेनरों के फटने से हुआ, जिसके बाद पूरे इलाके में आग लग गई है.
बंदरगाह के एक अधिकारी इस्माईल मलेकिज़ादेह ने सरकारी टीवी को बताया, “यह धमाका शाहिद राजाई बंदरगाह के एक हिस्से में हुआ हालात पे काबू पाने की कोशिश की जा रही है.”
अधिकारियों ने कहा कि आपातकालीन टीमें आग पर काबू पाने और घायलों की मदद करने के लिए काम कर रही हैं। प्रांत के Hormozgan Red Crescent Society प्रमुख मेहरदाद हसनज़ादेह ने बताया, “हम फिलहाल घायलों को निकालकर पास के अस्पतालों में पहुँचा रहे हैं।”
ईरान के लिए जरूरी है बंदरगाह
ईरान का शाहिद राजाई पोर्ट बहुत ही नया और ज़रूरी बंदरगाह है। यह ईरान की राजधानी तेहरान से करीब 1000 किलोमीटर दूर दक्षिण में है। यह होर्मुज़ की खाड़ी के पास है, जो दुनिया के तेल के व्यापार का एक बड़ा रास्ता है। इसलिए, यह पोर्ट ईरान के लिए और दुनिया के तेल व्यापार के लिए भी बहुत मायने रखता है। यहाँ से ईरान अपना सामान बाहर भेजता है और दूसरे देशों से सामान मंगाता है। यह ईरान के व्यापार का एक बड़ा केंद्र है।
ईरान के लिए बंदरगाह इसलिए ज़रूरी हैं क्योंकि:
- सामान लाना-ले जाना: ईरान को दूसरे देशों से सामान लाने और अपने देश का सामान बाहर भेजने के लिए बंदरगाह चाहिए होते हैं।
- तेल बेचना: ईरान बहुत सारा तेल बेचता है, और उसे जहाजों में भरकर दूसरे देशों में भेजना होता है। बंदरगाह इसमें मदद करते हैं।
- देश का विकास: जब व्यापार अच्छा होता है, तो देश तरक्की करता है। बंदरगाह व्यापार को आसान बनाते हैं, जिससे ईरान का फायदा होता है।
- दुनिया से जुड़ना: बंदरगाह ईरान को समुद्र के रास्ते दुनिया के बाकी देशों से मिलाते हैं।
- ज़रूरी चीजें पाना: अगर देश में कोई ज़रूरी चीज़ कम हो जाए, तो उसे बंदरगाह से जल्दी मंगा सकते हैं।
सीधे शब्दों में कहें तो, बंदरगाह ईरान के व्यापार, पैसे और दुनिया से जुड़े रहने के लिए बहुत ज़रूरी हैं।